*🌺ﺑِﺴْـــــــــــــﻢِﷲِالرَّحْمٰنِﺍلرَّﺣِﻴﻢ🌺
40 Tarah ke sadqa / 40 तरह के दान
Sadqa ya Daan |
Sadqa ya Daan kayi Tarah ke hote hain jinke zariya hum be hisaab nekiya kama sakte hain.aaiye hum Jane 40 Tarah ke saqda ya Daan Kya Kya hain ?
- 1. दूसरों को नुकसान पहुंचाने से बचना सदका़ है। [बुख़ारी: 2518]
- 2. अन्धे को रास्ता बताना सदका है। [इब्न हिब्बान: 3368]
- 3. बहरे से ऊंची आवाज में बात करना सदक़ा है। [इब्न हिब्बान: 3368]
- 4. गूँगों को इस प्रकार बताना कि वे समझ सकें। [इब्न हिब्बान: 3377]
- 5. किसी कमजोर व्यक्ति की मदद करना सदका है। [इब्न हिब्बान: 3377]
- 6. रास्ते से पत्थर, कांटे और हड्डी हटाना सदका़ है। [मुस्लिम: 1007]
- 7. मदद के लिए पुकारने वाले की मदद के लिए दौड़ना सदका है। [इब्न हिब्बान: 3377]
- 8. अपने डोल से किसी भाई को पानी देना सदका है। [तिर्मिधि: 1956]
- 9. किसी भटके हुए व्यक्ति को रास्ता दिखाना सदका है। [तिर्मिधि: 1956]
- 10. ला इलाहा इल्लल्लाह कहना सदक़ा है। [मुस्लिम: 1007]
- 11. सुब्हान अल्लाह कहना सदक़ा है। [मुस्लिम: 1007]
- 12. अल्हम्दुलिल्लाह कहना सदक़ा है। [मुस्लिम: 1007]
- 13. अल्लाहु अकबर कहना सदक़ा है। [मुस्लिम: 1007]
- 14. अस्तगफ़िरुल्लाह कहना सदक़ा है। [मुस्लिम: 1007]
- 15. भलाई का हुक्म देना सदका है। [मुस्लिम: 1007]
- 16. बुराई से रोकना सदका है. [मुस्लिम: 1007]
- 17. सवाब की नियत से अपने परिवार पर खर्च करना सदका है। [बुख़ारी: 55]
- 18. दो व्यक्तियों के बीच न्याय करना सदका है. [बुख़ारी: 2518]
- 19. किसी आदमी को सवारी पर बैठाना या उसका सामान सवारी पर रखवाना सदक़ा है। [बुख़ारी: 2518]
- 20. अच्छी बातें कहना सदका है. [बुख़ारी: 2589]
- 21. इबादत के लिए उठाया गया हर कदम सदक़ा है. [बुख़ारी: 2518]
- 22. किसी कष्टदायक वस्तु को रास्ते से हटाना सदका है. [बुख़ारी: 2518]
- 23. खुद खाना सदका है. [नसाई- कुबरा:9185]
- 24. अपने बेटे को खिलाना सदका है। [नसाई- काबरीः 9185]
- 25. अपनी पत्नी को खिलाना सदका दान है। [नसाई- काबरीः 9185]
- 26. अपने सेवक को खिलाना सदका है। [नसाई- काबरीः 9185]
- 27. संकट में पड़े किसी जरूरतमंद की सहायता करना सदका है। [नसाई: 253]
- 28. अपने भाई से मुस्कुराकर मिलना सदक़ा है. [तिर्मिधि: 1963]
- 29. पानी का एक घूंट दान है. [अबू याली: 2434]
- 30. अपने भाई की मदद करना सदका है. [अबू याली: 2434]
- 31. मिलने वाले को सलाम करना सदका है। [अबू दाऊद: 5243]
- 32. आपस में सुलह करवाना सदका है. [बुख़ारी - दिनांक: 259/3]
- 33. जो कुछ तुम अपने पेड़ या फसल से खाते हो वह तुम्हारे लिए सदका है। [मुस्लिम: 1553]
- 34. भूखे को खाना खिलाना सदका है. [बहाकी - शआ़ब: 3367]
- 35. पानी पिलाना सदका है. [बहाकी - शआ़ब: 3368]
- 36. दो बार क़र्ज़ देना एक बार दान देने के बराबर है। [इब्न माजाः 3430]
- 37. किसी आदमी को अपनी सवारी पर बैठा लेना सदक़ा है। [मुस्लिम: 1009]
- 38. गुमराही की सर ज़मीन पर किसी को हिदायत देना सदक़ा है। [तिर्मिधि: 1963]
- 39. जरूरतमंदों की मदद करना या काम आना सदका है. [इब्न हिब्बन: 3368]
- 40. इल्म सीखना और उसे मुस्लिम भाई को सिखाना सदक़ा है। [इब्न माजाः 243]
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40 Tarah ke sadqa
1. دوسرے کو نقصان پہونچانے سے بچنا صدقہ ہے۔ (بخاری: 2518)
2. اندھے کو راستہ بتانا صدقہ ہے۔ (ابن حبان: 3368)
3. بہرے سے تیز آواز میں بات کرنا صدقہ ہے۔ (ابن حبان: 3368)
4. گونگے کو اس طرح بتانا کہ وہ سمجھ سکے صدقہ ہے۔ (ابن حبان: 3377)
5. کمزور آدمی کی مدد کرنا صدقہ ہے۔ (ابن حبان: 3377)
6. راستے سے پتھر,کانٹا اور ہڈی ہٹانا صدقہ ہے۔ (مسلم: 1007)
7. مدد کے لئے پکارنے والے کی دوڑ کر مدد کرنا صدقہ ہے۔ (ابن حبان: 3377)
8. اپنے ڈول سے کسی بھائی کو پانی دینا صدقہ ہے۔ (ترمذی: 1956)
9. بھٹکے ہوئے شخص کو راستہ بتانا صدقہ ہے۔ (ترمذی: 1956)
10. لا الہ الا الله کہنا صدقہ ہے۔ (مسلم: 1007)
11. سبحان الله کہنا صدقہ ہے۔ (مسلم: 1007)
12. الحمدلله کہنا صدقہ ہے۔ (مسلم: 1007)
13. الله اکبر کہنا صدقہ ہے۔ (مسلم: 1007)
14. استغفرالله کہنا صدقہ ہے۔ (مسلم: 1007)
15. نیکی کا حکم دینا صدقہ ہے۔ (مسلم: 1007)
16. برائی سے روکنا صدقہ ہے۔ (مسلم: 1007)
17. ثواب کی نیت سے اپنے گھر والوں پر خرچ کرنا صدقہ ہے۔ (بخاری: 55)
18. دو لوگوں کے بیچ انصاف کرنا صدقہ ہے۔ (بخاری: 2518)
19. کسی آدمی کو سواری پر بیٹھانا یا اس کا سامان اٹھا کر سواری پر رکھوانا صدقہ ہے ۔ (بخاری: 2518)
20. اچھی بات کہنا صدقہ ہے۔ (بخاری: 2589)
21. نماز کے لئے چل کر جانے والا ہر قدم صدقہ ہے۔ (بخاری: 2518)
22. راستے سے تکلیف دہ چیز ہٹانا صدقہ ہے۔ (بخاری: 2518)
23. خود کھانا صدقہ ہے۔ (سنن نسائی - کبری: 9185)
24. اپنے بیٹے کو کھلانا صدقہ ہے۔ (سنن نسائی - کبری: 9185)
25. اپنی بیوی کو کھلانا صدقہ ہے۔ (سنن نسائی - کبری: 9185)
26. اپنے خادم کو کھلانا صدقہ ہے۔ (سنن نسائی - کبری: 9185)
27. کسی مصیبت زدہ حاجت مند کی مدد کرنا صدقہ ہے۔ (سنن نسائی: 253)
28. اپنے بھائی سے مسکرا کر ملنا صدقہ ہے۔ (ترمذی: 1963)
29. پانی کا ایک گھونٹ پلانا صدقہ ہے۔ (ابو یعلی: 2434)
30. اپنے بھائی کی مدد کرنا صدقہ ہے۔ (ابو یعلی: 2434)
31. ملنے والے کو سلام کرنا صدقہ ہے۔ (ابو داﺅد: 5243)
32. آپس میں صلح کروانا صدقہ ہے۔ (بخاری - تاریخ: 259/3)
33. تمہارے درخت یا فصل سے جو کچھ کھائے وہ تمہارے لئے صدقہ ہے۔ (مسلم: 1553)
34. بھوکے کو کھانا کھلانا صدقہ ہے۔ (بیہقی - شعب: 3367)
35. پانی پلانا صدقہ ہے۔ (بیہقی - شعب: 3368)
36. دو مرتبہ قرض دینا ایک مرتبہ صدقہ دینے کے برابر ہے۔ (ابن ماجہ: 3430)
37. کسی آدمی کو اپنی سواری پر بٹھا لینا صدقہ ہے۔ (مسلم: 1009)
38. گمراہی کی سر زمین پر کسی کو ہدایت دینا صدقہ ہے۔ (ترمذی: 1963)
39. ضرورت مند کے کام آنا صدقہ ہے۔ (ابن حبان: 3368)
40. علم سیکھ کر مسلمان بھائی کو سکھانا صدقہ ہے۔ (ابن ماجہ: 243)
Conclusion
Hum apni har Roz ki Zindagi me in 40 Tarah ke saqda par Amal karne ki Koshish Kar ke apni nekiyon ko badha sakte hain Aur beshumar Ajar pa sakte hain.Allah hame Amal Karen ki taufeeq ata farmaye.Aameen
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ˡᶦᵏᵉ ᶜᵒᵐᵐᵉⁿᵗ ˢᵃᵛᵉ ˢʰᵃʳᵉ
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